मेरे लिए यह सम्मान और सौभाग्य की बात है कि मुझे इस दूरस्थ वनांचल में स्थापित संस्थान शासकीय स्वामी विवेकानन्द महाविद्यालय बोडला, जिला – कबीरधाम (छ.ग.) की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस संस्थान में शैक्षणिक प्रतिभा, नेतृत्व और सामुदायिक सेवा की समृद्ध विरासत रही है। मैं सीखने और विकास की इस उल्लेखनीय यात्रा में आपके साथ शामिल होकर बहुत खुश और रोमांचित हूँ। हमारा महाविद्यालय शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति का एक प्रमाण है। यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि हम मिलकर इस गौरवशाली विरासत का निर्माण जारी रखेंगे।
हमारा अभियान विद्यार्थियों को न केवल ज्ञान से सशक्त बनाना है, बल्कि उन्हें एक गतिशील वैश्विक समाज में जिम्मेदार नेतृत्वकर्ता, संवेदनशील नागरिक और आजीवन शिक्षार्थी बनने के लिए आवश्यक उपकरण, मूल्य और दृष्टि प्रदान करना। आपके लिए मेरा यही सन्देश है कि अपनी क्षमता को कभी कम न आँकें। यह महाविद्यालय एक ऐसी जगह है जहाँ आप अपने जुनून की खोज कर सकते हैं। आप यहाँ आने वाले अवसरों का पूरा लाभ उठाएँ - चाहे वह शिक्षा में हो, पाठ्येतर गतिविधियों में हो या आपके व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में हो। आप जो भी करें उसमें उत्कृष्टता के लिए प्रयास करें और याद रखें कि सफलता एक यात्रा है जिसके लिए कड़ी मेहनत, दृढ़ता, स्व अनुशासन और लचीलापन की आवश्यकता होती है।
मुझे विश्वास है कि हम सभी के आपसी सहयोग और प्रतिबद्धता के साथ, हम किसी भी बाधा को पार कर लेंगे और इस महाविद्यालय को उपलब्धि और उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेंगे। मैं आप सभी हितधारकों से मिलने और साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। आइए, हम साथ मिलकर, युवा शक्ति को प्रेरित करना जारी रखें, रचनात्मकता को बढ़ावा दें और एक ऐसा भविष्य बनाएं जिस पर हम सभी गर्व कर सकें।
आप सभी को समृद्ध और सफल शैक्षणिक यात्रा की शुभकामनाएं...